बिहार की कटिहार लोकसभा सीट से निर्वाचित जेडीयू सांंसद श्री दुलाल चंद्र गोस्वामी का विश्वगुरू शंकराचार्य दसनाम गोस्वामी समाज के बैनर तले नयी दिल्ली के नॉर्थ एवेन्यू में स्थित एम . पी. क्लब में दिल्ली , हरियाणा , पंजाब, उत्तर प्रदेश , बिहार , असम इत्यादि प्रांतों के दसनाम गोस्वामियों ने 4 अप्रैल 2021 ई. को स्वागत किया । स्वागत समारोह दोपहर 12 बजे से अपराह्न 4 बजे तक चला । मंच पर विराजमान थे श्री सतीश गिरि ( आगरा ) , श्री महेश पुरी ( एटा ) , श्री मनोरंजन गिरि ( बिहार ) , प्रोफेसर राजेश गिरि ( प्रधानाचार्य , राजधानी कॉलेज , दिल्ली ) , श्री एस. के. गिरि ( पूर्व एडीशनल डिप्टी कमिश्नर ऑफ पुलिस ) , श्री महेश गिरि ( शिव गिरि ज्वैलर्स एवं गिरि जेवर महल के मालिक ) , इंजीनियर देवेन्द्र गिरि ( दिल्ली ) , गिरिवर गिरि गोस्वामी निर्मोही ( दिल्ली ) । समारोह की अध्यक्षता श्री मनोरंजन गिरि ( अध्यक्ष , विश्वगुरु शंकराचार्य दसनाम गोस्वामी समाज ) ने की । मंच संचालन श्री सुधाकर भारती ( पालम , दिल्ली ) ने किया ।
पंजाब से कई गोस्वामियों की टीम आई हुई थी जिसका नेतृत्व श्री तरसेम पुरी कर रहे थे । दक्षिण दिल्ली से डॉ. वीरपाल गिरि की अगुवाई में गोस्वामियों की टीम आई हुई थी जिसमें शामिल थे -- श्री विजय पाल गिरि , श्री श्रीकृष्ण गिरि , श्री कर्मचंद गोस्वामी , श्री हरिश्चंद्र , श्री हरिओम गिरि , श्री रोशन गिरि , इत्यादि। पालम से श्री सुधाकर भारती एवं उनकी पत्नी के नेतृत्व में रेजीडेंट वेलफेयर के लोग आये हुए थे। आगरा से श्री सतीश गिरि , श्री विशाल गोस्वामी, श्री राम गोस्वामी , श्री सुभाष गोस्वामी इत्यादि आये हुए थे । नोयडा से डॉ. रमन गिरि , चाणक्य प्लेस से श्री राम अवतार गिरि मौजूद थे । पूरा हॉल खचाखच भरा हुआ था।
समारोह की शुरूआत दीपप्रज्ज्वलन से हुई । फिर स्वागत एवं भाषणों का दौर चला । हास्य- व्यंग कवि श्री ललित गोस्वामी चकाचक ने एक हास्य कविता पेश की जिसके बोल थे -- "देश का नेता कैसा हो ?" गिरिवर गिरि गोस्वामी निर्मोही ने गोस्वामियों के इतिहास , दर्शन और पहचान को दर्शाता हुआ गीत सुनाया जिसका मुखड़ा था -- "गोस्वामी तो श्रेष्ठ जन हैं , जगत के गुरू हैं । बोलो -बोलो हम हैं रे दशनाम , बोलो - बोलो गोस्वामी दशनाम ।" श्री मिथलेश गिरि ( बिहार ) ने समाज को आगे बढ़ाने पर बल दिया । श्री दुलाल चंद्र गोस्वामी ने अपने जीवन के संघर्ष के बारे में बताया । मीडिया चैनलों को इंटरव्यू दिया । श्री विजय पाल गिरि ने सांंसद महोदय के साथ अपनी मुलाकात को याद किया और निर्मोही से आग्रह किया कि वे सभी संगठनों के अध्यक्षों को एक मंच पर आने की अपील करें । प्रोफेसर राजेश गिरि ने कहा कि संघर्ष व्यक्ति को पहले करना पड़ता है तब बाद में समाज आता है । सबसे उत्तम एवं सटीक भाषण श्री मनोरंजन गिरि का रहा जिन्होंने बताया कि सभी संगठनों के अध्यक्षों को त्यागपत्र देना चाहिए । 20 -25 गोस्वामियों की एक समिति बनाई जाये जो अध्यक्ष का निर्माण करे ।
उपस्थित महिलाओं और पुरुषों को पटका ओढ़ाकर और पुष्पगुच्छों से स्वागत किया गया ।
श्री एस. के. गिरि ने धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत किया । फिर सामूहिक भोज का आयोजन हुआ । रेडीमेड थालियों में भोजन की व्यवस्था थी जिसमें कई प्रकार की सब्जियां थी और गुलाबजामुन भी । फोटो खींचने की भरमार रही ।
कार्यक्रम अत्यंत सौम्य, भव्य और प्रशंसनीय रहा । श्री विशाल गोस्वामी का आथित्यसत्कार देखने - दिखाने लायक था । एक - एक व्यक्ति को भोजन कराकर बाद में स्वयं ने खाना खाया ।
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