- मं. रामानंद गिरी जी जबलपुर म.प्र.
तीजाव्रत पूजन
आज गोस्वामी युवतियां महिलाएं व्रत रखती हैं भगवान शिव जी का पूजन करती हैं। और हमारे गोस्वामी महाराज बंधु भगवान शिव का पूजन पंडितों से ही करवाते हैं। पंडित को अनेक स्थानों में पूजन करने जाना होता है। इसीलिए वे जल्दबाजी में पूजन करवाकर चले जाते हैं।
महाराज बंधुओं जिन मंत्रों को मैने अबतक भेजा हूँ उन मंत्रों को अच्छी तरह अनेक बार पढ लेंगे तो मंत्र याद न भी हो तो भी एक कागज पर उतारे हुए उन मंत्रों को देखकर उच्चारण करने मे सरलता होगी। और इत्मीनान से भगवान का पूजन करोगे तो प्रसन्नता होगी आपको भी आपकी पत्नी को भी और भगवान को भी।
सिर्फ 20 से 25 मंत्र हैं उनसे भगवान शिवजी का पूजन कर सकते हैं दूध ,दही ,शहद ,शक्कर ,घी और पंचामृत से स्नान करने के मंत्र मैने भेजा हूँ उसके पश्चात शुद्धजल से स्नान कराया जाता है। इन पांच पदार्थों से अच्छी तरह भगवान का स्नान कराने को ही अभिषेक कहते हैं। यही भगवान शिव जी अभिषेक कहलाता है जो कोई भी व्यक्ति प्रतिदिन नही करता। उसके पश्चात यजुर्वेद के आठ अध्यायों को पढते हुए दूध मिश्रित जल शिवलिंग पर अर्पित किया जाता है। लोग इसे अभिषेक कह देते हैं। दूध मिश्रित जल अपनी मनोकामना अनुसार मंत्रों का उच्चारण करते हुए भी अर्पित कर सकते हैं। मंत्र उच्चारण सीख लोगे तो प्रत्येक मास की शिवरात्रि के दिन और सावन मे प्रत्येक सोमवार को भगवान शिव जी का ऐसे ही इन्हीं मंत्रों से अभिषेक करिये। अभिषेक के पश्चात चंदन, अक्षत, फूल, बिल्वपत्र, नैवेद्य, फल चड़ाने के मंत्र हैं अगरबत्ती धूप दिखाने का मंत्र है। उन मंत्रों को भी भेजुंगा वीडियो भी।
आप गोस्वामी महाराज बंधुओं यदि आप भगवान शिव जी को इष्ट मानते हैं तो आज ही संकल्प लें कि मै अगले वर्ष भगवान शिव जी का पूजन स्वयं करवाऊंगा । पंडित को नही बुलाऊंगा। आपके ऐसे संकल्प से ही गोस्वामी समाज का नाम ऊंचा बना रहेगा। और यदि गोस्वामी समाज का नाम ऊंचा बनाये नही रखना है तो फिर पंडितों ही महत्व दीजिए। जब भी समय मिले मंत्रों का उच्चारण आवास निकालकर करते रहिये दो तीन महीने में तो याद होंगे।
रामानन्द गिरि महाराज जबलपुर 9669553312
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